C++ क्या है? | Important Notes of turbo C++ for Class 12 Students of UP Board

C ++ क्या है और कैसे अपना पहला प्रोग्राम लिखें
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C++ क्या है? Turbo C++ for Class 12 Students of UP Board हम आज की इस पोस्ट में सी ++ के बारे में जानेंगे

1. Turbo C++ क्या है? C++ for Class 12 Students

Turbo C++ क्या है? | Important Notes of C++ for Class 12 Students of UP Board 
C ++ क्या है और कैसे अपना पहला प्रोग्राम लिखें

C++ एक उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा है जिसे 1979 में बीजार्ड स्ट्राउस्ट्रूप ने विकसित किया था। यह C भाषा का विस्तार है और इसमें ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) की विशेषताएँ जोड़ी गई हैं। C++ का उपयोग सिस्टम सॉफ्टवेयर, गेम डेवलपमेंट, एम्बेडेड सिस्टम, और एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाने के लिए किया जाता है। इसकी प्रमुख विशेषताओं में तेजी, लचीलापन, और हार्डवेयर के करीब काम करने की क्षमता शामिल है।

2. C++ कंपाइलर कैसे डाउनलोड करें?

C++ प्रोग्राम लिखने और चलाने के लिए आपको एक कंपाइलर की आवश्यकता होती है। यहाँ कुछ लोकप्रिय कंपाइलर और उनके डाउनलोड लिंक दिए गए हैं:

a. GNU Compiler Collection (GCC):

GCC एक ओपन-सोर्स कंपाइलर है जो विभिन्न भाषाओं को सपोर्ट करता है, जिसमें C++ भी शामिल है।

b. Visual Studio:

Visual Studio माइक्रोसॉफ्ट का एक शक्तिशाली आईडीई (IDE) है जो C++ सहित कई भाषाओं का समर्थन करता है।

c. Code::Blocks:

Code::Blocks एक ओपन-सोर्स IDE है जो GCC कंपाइलर के साथ आता है और C++ प्रोग्रामिंग के लिए उपयुक्त है।

3. ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग भाषाएँ क्या हैं?

ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) एक प्रोग्रामिंग पैरेडाइम है जो डेटा और कार्यों को “ऑब्जेक्ट्स” के रूप में संगठित करता है। OOP की मुख्य विशेषताएँ हैं:

  • क्लास और ऑब्जेक्ट्स: क्लास एक ब्लूप्रिंट होती है और ऑब्जेक्ट इसका उदाहरण होता है।
  • इनकैप्सुलेशन: डेटा और फंक्शन्स को एक साथ बांधना।
  • इनहेरिटेंस: एक क्लास दूसरी क्लास की विशेषताओं को विरासत में लेती है।
  • पॉलीमॉर्फिज्म: एक ही इंटरफेस के माध्यम से विभिन्न कार्यों को अंजाम देना।

4. C++ और C में क्या अंतर है?

C++ और C दोनों ही शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषाएँ हैं, लेकिन उनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं:

  • OOP सपोर्ट: C++ में ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग की विशेषताएँ शामिल हैं, जबकि C में नहीं।
  • फंक्शन ओवरलोडिंग: C++ में फंक्शन ओवरलोडिंग संभव है, जबकि C में नहीं।
  • स्टैंडर्ड टेम्प्लेट लाइब्रेरी (STL): C++ में STL मौजूद है, जो डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिदम प्रदान करती है।
  • डेटा एब्स्ट्रैक्शन: C++ में डेटा एब्स्ट्रैक्शन और इनकैप्सुलेशन की सुविधाएँ हैं।

5. C++ में दो संख्याओं को जोड़ने का पहला नमूना कोड

यहाँ C++ में दो संख्याओं को जोड़ने का एक सरल प्रोग्राम दिया गया है:

#include <iostream>
using namespace std;

int main() {
    int num1, num2, sum;

    cout << "पहली संख्या दर्ज करें: ";
    cin >> num1;

    cout << "दूसरी संख्या दर्ज करें: ";
    cin >> num2;

    sum = num1 + num2;

    cout << "दोनों संख्याओं का योग: " << sum << endl;

    return 0;
}

आउटपुट:

पहली संख्या दर्ज करें: 5
दूसरी संख्या दर्ज करें: 7
दोनों संख्याओं का योग: 12

6. C++ ऑपरेटर्स

C++ में विभिन्न प्रकार के ऑपरेटर्स होते हैं जो प्रोग्राम में गणनाएँ और अन्य क्रियाएँ करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। प्रमुख ऑपरेटर्स में शामिल हैं:

  • अर्थमैटिक ऑपरेटर्स: +, -, *, /, %
  • रिलेशनल ऑपरेटर्स: ==, !=, >, <, >=, <=
  • लॉजिकल ऑपरेटर्स: &&, ||, !
  • बिटवाइज ऑपरेटर्स: &, |, ^, ~, <<, >>
  • असाइनमेंट ऑपरेटर्स: =, +=, -=, *=, /=, %=
  • इंक्रीमेंट/डिक्रीमेंट ऑपरेटर्स: ++, --

7. C++ कीवर्ड्स

C++ में कीवर्ड्स विशेष आरक्षित शब्द होते हैं जो भाषा की संरचना को परिभाषित करते हैं। ये शब्द प्रोग्रामिंग में विशेष अर्थ रखते हैं और इन्हें वेरिएबल नाम के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। कुछ प्रमुख कीवर्ड्स निम्नलिखित हैं:

  • int
  • float
  • double
  • char
  • if
  • else
  • while
  • for
  • return
  • class
  • public
  • private
  • protected
  • virtual
  • friend

8. कक्षा 12 के लिए C++ का बेसिक नोट

परिचय:

C++ एक शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषा है जो C भाषा का विस्तार है। यह ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के सिद्धांतों को अपनाती है, जिससे बड़े और जटिल सॉफ़्टवेयर सिस्टम विकसित करना आसान होता है।

मूल बातें:

  • डेटा टाइप्स: int, float, double, char, bool
  • वेरिएबल्स: प्रोग्राम में डेटा संग्रहीत करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  • ऑपरेटर्स: गणनाएँ और लॉजिक संचालन के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  • कंडीशनल स्टेटमेंट्स: if, else, switch
  • लूप्स: for, while, do-while
  • फंक्शन्स: कोड के पुन: उपयोग और संगठन के लिए।
  • क्लासेस और ऑब्जेक्ट्स: ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के लिए।
  • इनहेरिटेंस, पॉलीमॉर्फिज्म, इनकैप्सुलेशन: OOP के मुख्य सिद्धांत।

उदाहरण:

कक्षा 12 के छात्रों को C++ में फंक्शन्स, क्लासेस, ऑब्जेक्ट्स, और इनहेरिटेंस जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

साधारण फंक्शन उदाहरण:

#include <iostream>
using namespace std;

// जोड़ने का फंक्शन
int add(int a, int b) {
    return a + b;
}

int main() {
    int num1, num2, result;

    cout << "पहली संख्या दर्ज करें: ";
    cin >> num1;

    cout << "दूसरी संख्या दर्ज करें: ";
    cin >> num2;

    result = add(num1, num2);

    cout << "दोनों संख्याओं का योग: " << result << endl;

    return 0;
}


Operator overloading in C++

निष्कर्ष

C++ एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रोग्रामिंग भाषा है जो न केवल कक्षा 12 के छात्रों के लिए बल्कि आगे की शिक्षा और करियर के लिए भी फायदेमंद है। इसकी मजबूत नींव और व्यापक उपयोग इसे सीखने योग्य बनाते हैं। उचित अभ्यास और निरंतर अध्ययन से छात्र C++ में महारत हासिल कर सकते हैं और विभिन्न प्रकार के सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट में सफल हो सकते हैं।

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