Class 9-12 Science: Learn About Classification of Matter, Mixture and Elements

Welcome you all here we discussed Classification of Matter, types of element and compound, types of mixture. All topics are useful for board students Class 9-12 Science, General Science: Classification of Matter.

Classification of Matter

द्रव्य का वर्गीकरण (Classification of Matter)

रासायनिक संघटन के अधर पर द्रव्य को निम्न प्रकार वर्गीकृत (Classification of matter) किया जाता है

द्रव्य (Matter)

द्रव्य दो प्रकार का होता है |

  • शुध्द पदार्थ
  • अशुध्द पदार्थ अथवा मिश्रण

शुध्द पदार्थ

यह दो प्रकार का होता है |

  • तत्व
  • यौगिक

अशुध्द पदार्थ अथवा मिश्रण (Mixture)

यह भी दो प्रकार का होता है |

  • समांगी मिश्रण  (Homogeneous)
  • विषमांगी मिश्रण (Heterogeneous or Mixture)

तत्व (Elements)

तत्व तीन प्रकार का होता है |

  • धातु (Metal)
  • अधातु (Non-Metal)
  • उपधातु

शुध्द पदार्थ

वे द्रव्य , जिनका रासायनिक संघटन निश्चित होता है ,शुध्द पदार्थ अथवा शुध्द द्रव्य कहलाते हैं | यह दो प्रकार के होते हैं |

  • तत्व
  • यौगिक

तत्व

वे द्रव्य जो केवल एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं | अथवा जो किसी भी विधि से दो या दो से अधिक भिन्न गुणों वाले पदार्थों में विभाजित नहीं किये जा सकते हैं और न ही उनसे बनाए जा सकते हैं , तत्व कहलाते हैं | अब तक लगभग 108 तत्वों की खोज हो चुकी है |

उदाहरण – लोहा( fe) , मर्करी(hg) , काँपर (cu), ऑक्सीजन(o), आदि | तत्वों को उनके गुणधर्मों के आधार पर निम्न तीन वर्गों में विभाजित किया गया है |

  • धातु –    ऐसे तत्व , जिनमें धात्विक चमक , उच्च ऊष्मा चालकता , उच्च विधुत चालकता , आघातवर्धनीयता तथा तनन सामर्थ्य आदि गुण पाए जाते है , धातु कहलाते हैं | उदाहरण – ताँबा(cu), लोहा(fe), चाँदी(ag),पारा(hg), जस्ता(zn) आदि तत्व धातु हैं |
  • अधातु –   तत्व ,जिनमें धातुओं से विपरीत गुणधर्म  पाए जाते हैं ,अधातु कहलाते हैं | उदाहरण – सल्फर(s),      फाँस्फोरस(p),कार्बन(c),आयोडीन(I2), हाइड्रोजन (H2 ),ऑक्सीजन (O2), क्लोरीन (cl2), ब्रोमीन(Br2) ,आदि तत्व अधातु हैं |
  • उपधातु –   वे तत्व,जिनके गुणधर्म धातुओं तथा अधातुओं के बीच में होते हैं ,उपधातु कहलाते हैं | उदाहरण – जर्मेनियम (Ge), आर्सेनिक (As), एन्टिमनी (Sb) आदि उपधातुऐन हैं |

तत्वों का मुख्य स्रोत भूपर्पटी में सर्वाधिक पाया जाने वाला तत्व ऑक्सीजन है जोकि एक अधातु है |

एल्युमिनियम भू-पर्पटीमें सर्वाधिक मात्रा में पाई जाने वाली धातु है |

पृथ्वी पर पाए जाने वाले तत्व एवं उनकी प्रतिशतता

सामान्य मानव शरीर में तत्वों की प्रतिशतता

यौगिक (Compound)

वे पदार्थ , जो दो या दो से अधिक तत्वों के निश्चित अनुपात में रासायनिक सयोग से बनते है ,यौगिक कहलाए हैं | उदाहरण – जल (H2O),दो तत्वों हाइड्रोजन (H) तथा ऑक्सीजन (O)  से मिलकर बना हैं | नमक (NaCl)  दो तत्वों सोडियम (Na) तथा क्लोरीन (Cl) से मिलकर बना है | यौगिकों के गुणधर्म उनके अवयवों के गुणधर्मों से भिन्न होते हैं |

वायु से क्रिया के आधार पर यौगिक निम्न प्रकार के हो सकते हैं

  1. उत्प्फुल पदार्थ –   वे क्रिस्टलीय यौगिक ,जो वायु में रखने पर अपना कुछ अथवा सम्पूर्ण क्रिस्टलीय जल वायु को दे देते हैं , उत्फुल्ल पदार्थ कहलाते हैं |  उदाहरण –  फेरस सल्फेट [k2SO4 .7H2O (हरा  कसीस )], [ पोटाश  एलम , K2 SO4 . Al2 (SO4 )3 . 24H2O], धावन सोडा [ NA2CO3.10H2O] आदि उफुल्ल पदार्थ हैं |
  2. आर्द्रताग्राही पदार्थ – वे यौगिक जो नम वायु में रखने पर वायु से नमी ग्रहण करके हाईड्रेट या हाइड्राक्साइड बनाते हैं, परन्तु संतृप्त विलयन (वह विलयन जिसमें यौगिक की ओर अधिक मात्रा नहीं घोली जा सकती है ) बनाते , आर्द्रताग्राही पदार्थ  कहलाते हैं | उदाहरण – निर्जल काँपर सल्फेट ( CUSO4), बिना बुझा चूना (CaO) तथा निर्जल सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3) आर्द्रताग्राही पदार्थ कहलाते हैं |  ,
  3. प्रस्वेध पदार्थ – वे यौगिक ,जो नम वायु में रखने पर , वायु से नमी ग्रहण करके संतृप्त विलयन बना लेते हैं , प्रस्वेध पदार्थ कहलाते  हैं | यौगिकों का यह गुण प्रस्वेधन कहलाता है | उदाहरण – सोडियम हाइड्राक्साइड (Na OH) , निर्जल क्लोराइड (CaCl2), निर्जल फेरिक क्लोराइड (feCl3) आदि प्रस्वेध पदार्थ हैं |

अशुध्द पदार्थ अथवा मिश्रण

वे द्रव्य , जो दो या दो से अधिक द्रव्यों को किसी भी अनुपात में मिला देने पर बनते हैं , मिश्रण कहलाते हैं |

उदाहरण –  चीनी और नमक का मिश्रण |

मिश्रण दो प्रकार के होते हैं |

  • समांगी मिश्रण तथा विषमांगी मिश्रण |

समांगी मिश्रण

जिस द्रव्य के प्रत्येक भाग का संघटन एक जैसा होता है ,उसे समांगी मिश्रण कहते हैं |

उदाहरण – जल तथा चीनी का मिश्रण |

विषमांगी मिश्रण

जिस द्रव्य के प्रत्येक भाग का संघटन एक जैसा नहीं होता है ,उसे विषमांगी मिश्रण कहते हैं |

उदाहरण – बालू तथा रेत  का मिश्रण |

द्रव्य पदर्थों में होने वाले परिवर्तन

पदर्थों में निम्नलिखित दो प्रकार के परिवर्तन होते हैं

भौतिक परिवर्तन :-

वे परिवर्तन जिनमें पदार्थों के स्वरूप एवं भौतिक गुणधर्मों में अस्थायी परिवर्तन होता है ,जबकि उनके भार तथा रासायनिक संघटन अपरिवर्तित रहते हैं , अर्थात  कोई नया पदार्थ नही बनता है , भौतिक परिवर्तन कहलाते हैं |

उदाहरण –

  • विधुत बल्ब का जलना
  • बर्फ का पिघलना
  • जल का आसवन
  • नमक या चीनी का पानी में घुलना
  • बादलों का बनना
  • आयोडीन का उध्र्वपातन

भौतिक परिवर्तन उत्क्रमणीय होते है | उदाहरण – बर्फ के पिघलने पर जल्ब्नता है जिसे पुनः 00C तापमान तक ठण्डा करने पर बर्फ प्राप्त होती है अर्थात भौतिक परिवर्तन में , परिवर्तन के पश्चात् बने पदार्थ से , प्रारम्भिक पदार्थ पुनः प्राप्त किया जा सकता है |

रासायनिक परिवर्तन:-

वे परिवर्तन जिनमें पदार्थ का रासायनिक संघटन तथा गुणधर्म स्थायी रूप से परिवर्तित हो जाते हैं अर्थात नये बन जाते हैं ,रासायनिक परिवर्तन कहलाते हैं |

  • मोमबत्ती का जलना
  • जंग लगना
  • सिरके का बनना
  • मैग्नीशियम के टार का जलना
  • दूध से दही का बनना

रासायनिक परिवर्तन अनुत्क्रमणीनीय होते हैं अर्थात अभिक्रिया या परिवर्तन के पश्चात् बने पदार्थ से प्रारम्भिक पदार्थ को पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता | उदाहरण  – दूध से एक  बार दही बनने के पश्चात् ,दही से  दूध पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता  

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