Cultural Heritage of India & World Heritage: Know Interesting facts of 7 Wonders भारत की सांस्कृतिक विरासत और भारत के विश्व धनोहर स्थल

Cultural Heritage of India & World Heritage: भारत की सांस्कृतिक विरासत और विश्व धरोहर स्थलों के बारे में जानें। ताजमहल, हरप्पा, खजुराहो, और आजंता-एलोरा जैसे प्रमुख स्थलों की विवरणिका

Cultural Heritage of India & World Heritage: Know Interesting facts of 7 Wonders भारत की सांस्कृतिक विरासत और भारत के विश्व धनोहर स्थल

Cultural Heritage of India: भारत की सांस्कृतिक विरासत

भारत की सांस्कृतिक विरासत को लेकर चर्चा करते समय, हम देखते हैं कि यहाँ पर अत्यंत विविधता और समृद्धि है। भारत की सांस्कृतिक विरासत के अनेक पहलुओं में उसकी विविधता, बुनियादी तत्व, और समृद्ध इतिहासिक विकास शामिल हैं।

यहाँ कुछ मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देते हैं:

  1. भाषा और साहित्य: भारतीय साहित्य का इतिहास बहुत प्राचीन है और यहाँ पर कई भाषाओं में लिखी गई कई महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं। संस्कृत, हिंदी, तमिल, तेलुगु, बंगाली, गुजराती, और मराठी जैसी भाषाओं में लिखे गए काव्य, कहानियाँ, नाटक, और धार्मिक ग्रंथ हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
  2. सांस्कृतिक नृत्य और संगीत: भारतीय नृत्य और संगीत भारतीय सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। भारतीय शास्त्रीय संगीत, भारतीय शैली में नृत्य, और लोक नृत्य सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाते हैं।
  3. सांस्कृतिक धार्मिकता: भारतीय सांस्कृतिक धार्मिकता का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, सिख धर्म, और इस्लाम धर्म जैसे धर्मों की विविधता भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा हैं।
  4. फेस्टिवल और उत्सव: भारत में अनेक प्रकार के फेस्टिवल और उत्सव मनाए जाते हैं, जो लोगों के जीवन में रंग भर देते हैं। होली, दीवाली, नवरात्रि, दुर्गा पूजा, और ईद जैसे उत्सव भारतीय सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

भारत की सांस्कृतिक विरासत उसकी अत्यंत विशाल और समृद्ध इतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को दर्शाती है। यह सांस्कृतिक विरासत हमारी जीवनशैली, विचारधारा, और संघर्षों का एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व है।

भारत के प्रसिद्ध नृत्य: एक संगीत संग्रह

नृत्य, भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण और रंगीन हिस्सा है। यहाँ भारत के कुछ प्रसिद्ध और अनोखे नृत्यों का संग्रह है, जो हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर का एक अनमोल अंग दर्शाते हैं।

1. कथक: कथक नृत्य भारतीय संस्कृति का अद्वितीय हिस्सा है। इसमें गतिमय चाल, अद्वितीय ताल-रहस्य, और अद्वितीय अभिव्यक्ति का खूबसूरत संगम है। कथक के अलावा, लखनऊ का थुमरी कथक भी बहुत प्रसिद्ध है।

2. भरतनाट्यम: भरतनाट्यम भारतीय नृत्य की एक प्रमुख शैली है जो दक्षिण भारत में प्रचलित है। इसमें अद्वितीय मुद्राएं, गतिमय चाल, और भावात्मक अभिव्यक्ति का संगम होता है।

3. कूचिपूडी: यह दक्षिण भारतीय नृत्य का एक अन्य प्रमुख प्रकार है, जो अद्वितीय ताल-रहस्य और अभिव्यक्ति के साथ प्रस्तुत होता है।

4. ओडिसी: ओडिसी नृत्य उत्तर पूर्वी भारत का एक प्रमुख नृत्य शैली है, जो अपनी गतिमय और भावात्मकता के लिए प्रसिद्ध है।

5. मोहिनीआटम: यह दक्षिण भारतीय नृत्य की एक अद्वितीय शैली है, जिसमें अद्वितीय मुद्राएं और लचीले गतिमय चाल होती है।

भारतीय नृत्य विश्व में अपनी विशेषता और गौरव के लिए प्रसिद्ध हैं। इन्हें न सिर्फ रंग-बिरंगे परिदृश्यों के रूप में देखा जाता है, बल्कि ये हमारी संस्कृति के गहरे संदेशों को भी संवाहित करते हैं। इन नृत्यों का अध्ययन करना और उन्हें अपने जीवन में शामिल करना हमें हमारी संस्कृति की समृद्धता को समझने में मदद करता है।

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Intangible Cultural heritage of India: भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत

भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के कुछ रोचक तथ्यों को यहाँ उल्लेख किया जा रहा है:

  1. कथक नृत्य का जादू: कथक नृत्य भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह नृत्य अपनी चालों, ताल में सुविधा, और अभिव्यक्ति के लिए प्रसिद्ध है। एक रोचक तथ्य है कि कथक नृत्य की उत्पत्ति मुग़ल बादशाह अकबर के दरबार में हुई थी।
  2. कलाकारों का समृद्ध परंपरा: भारतीय संस्कृति में कलाकारों का परंपरागत समृद्ध होना एक रोचक तथ्य है। विभिन्न शिल्पकलाओं में मुख्य कला गलियारों जैसे की बाजार, गली और क्षेत्रों में प्रतिस्थापित होती है।
  3. परम्परागत बाजारों का चमकदार महसूस: भारत में अनेक प्रमुख बाजार हैं जो देश की सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा हैं। दिल्ली के चांदनी चौक, जयपुर की जौहरी बाजार, और बृजेश्वर मंदिर के पास कोलकाता का बाग़ बाजार जैसे बाजार संस्कृति और ऐतिहासिकता का अभिन्न हिस्सा हैं।
  4. भारतीय भोजन का जादू: भारतीय खाना भी देश की अमूर्त संस्कृति का एक प्रमुख हिस्सा है। भारतीय भोजन का जादू अपनी विविधता, स्वाद, और प्रसिद्ध बाजारों में उपलब्धता के लिए जाना जाता है।

ये कुछ रोचक तथ्य हैं जो भारतीय अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के महत्व को दर्शाते हैं। इन्हें समझना और उन्हें समालोचना करना हमारी संस्कृति के समृद्धता को समझने में मदद कर सकता है।

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World Heritage of India भारत के विश्व धरोहर स्थल:

आज हम बात करेंगे भारत के विश्व धरोहर स्थलों के बारे में। भारत को विश्व भर में अपनी संस्कृति, ऐतिहासिकता और प्राचीनता के लिए प्रसिद्ध किया जाता है, और इसमें उसके धरोहर स्थलों का बड़ा हाथ है। ये स्थल न केवल भारत में ही प्रसिद्ध हैं, बल्कि विश्व भर में उनकी महिमा का चर्चा होता है।

1. ताजमहल:

यह भारत का एक अद्वितीय स्मारक है जो आगरा, उत्तर प्रदेश में स्थित है। मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने इसे अपनी पत्नी मुमताज़ महल के लिए बनवाया था। इसकी सुंदरता और विशालता दर्शकों को मोह लेती है। आगरा का किला उत्तर प्रदेश के आगरा शहर का एक ऐतिहासिक किला है | यह 1638 तक मुग़ल राजवंश के सम्राटों का मुख्य निवास स्थान था, जब राजधानी को आगरा से दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया था | आगरा का किला 1983 में यूनेस्को का विश्व धनोहर स्थल बना |


ताजमहल ( 1983 में यूनेस्को द्वारा ताजमहल को एक विश्व धनोहर स्थल के रूप में नामित किया गया था ) भारतीय शहर आगरा में यमुना नदी के दक्षिणी तट पर एक सफ़ेद संगमरमर का मकबरा है | इसे 1632 में मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने बनवाया था|

2. हरप्पा और मोहनजोदड़ो:

ये भारतीय सभ्यता के प्राचीन स्थल हैं जो पाकिस्तान और भारत के सीमांत पर स्थित हैं। ये गवाही देते हैं कि हमारी सभ्यता कितनी प्राचीन है।

3. खजुराहो और कोनार्क सुन टेम्पल्स:

ये मंदिर भारतीय स्थापत्यकला के शिल्पकला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। यहाँ की मूर्तियाँ और स्थापत्य कला दर्शकों को प्रभावित करती हैं। खजुराहो समूह स्मारक, मध्य प्रदेश,भारत में हिन्दू, बौध्द और जैन मंदिरों का एक समूह है | वे भारत में यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थलों में से एक है | ओडिशा के समुद्र तट पर कोणार्क में कोणार्क का सूर्य मंदिर है | मंदिर का श्रेय राजा नरसिम्हदेव को जाता है | यह हिन्दू देवता सूर्य को समर्पित है |

Khajuraho Temple
Khajuraho Temple

4. आजंता और एलोरा गुफाएँ:

ये गुफाएं बौद्ध और हिन्दू धर्म के प्राचीन मंदिरों का निर्माण किया गया था। इनमें अत्यंत कला और भगवान के प्रतिमाओं का आदर्श संग्रह है। अजंता की गुफाएँ ( 1983 में अजंता की गुफाओं को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी ) महाराष्ट्र में औरंगाबाद जिले में चट्टानों को काटकर बनाई गई बौध्द गुफा स्मारक हैं | गुफाओं में पेंटिग और चट्टान को तरास कर बनाई गई मूर्तियां शामिल हैं जिन्हें प्राचीन भारतीय कला के बेहतरीन जीवित उदाहरणों में से एक के रूप में वर्णित किया गया है |

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एलोरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है | यह दुनिया के सबसे बड़े रोक-कट मठ-मंदिर गुफा परिसरों में से एक है, और 1983 से यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थल है, जिसमें बौध्द,हिन्दू और जैन स्मारक और कलाकृतियाँ शामिल है, जो 600-1000 CE की अवधि का बना हुआ है |

5. महाबलीपुरम चेन्नई

महाबलीपुरम चेन्नई, तमिलनाडू के करीब स्थित है | महाबलीपुरम में स्मारकों का समूह तमिलनाडू के तटीय रिसॉर्ट शहर ममल्लापुरम और यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थल में 7 वीं और 8 वीं सदी ईसवीं के धार्मिक स्मारकों का संग्रह है | यह बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर है |

6. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान 1985 में भारत का एक यूनेस्को विश्व धनोहर स्थल है और ग्रेट इंडियन वन होर्नी गैंडो के लिए जाना जाता है | यह असम में स्थित है | अभयारण्य, जो दुनिया के महान एक-सींग वाले गैंडों के दो-तिहाई हिस्से को होस्ट करता है, यह एक विश्व विरासत स्थल है |

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मानस राष्ट्रीय उद्यान एक राष्ट्रीय उद्यान, एक प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व, एक हाथी रिजर्व और असम में एक बायोस्फीयर रिजर्व है | यह 1985 में यूनेस्को द्वारा विश्व धनोहर स्थल घोषित हुआ था |


केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान या केवलादेव घाना राष्ट्रीय उद्यान जिसे पहले भरतपुर, राजस्थान में भरतपुर पक्षी अभ्यारण्य के रूप में जाना जाता था | यह 1985 में यूनेस्को द्वारा विश्व धनोहर स्थल है |


ओल्ड गोवा के चर्च और कन्टेंट यूनेस्को द्वारा गोवा वेलहा ( या ओल्ड गोवा ) में स्थित धार्मिक स्मारकों के एक समूह को दिया गया नाम है |

7. हम्पी

हम्पी, जिसे हम्पी में स्मारकों के समूह के रूप में भी जाना जाता है, भारत के पूर्वी-मध्य कर्नाटक में स्थित एक यूनेस्को विश्व धनोहर स्थल है | यह 14 वीं शताब्दी में हिन्दू विजयनगर साम्राज्य की राजधानी का केंद्र बन गया |


फतेहपुर सीकरी उत्तर प्रदेश के आगरा जिले का एक शहर है | 1571 में सम्राट अकबर द्वारा मुग़ल साम्राज्य की राजधानी के रूप में शहर की स्थापना की गयी थी, वे भारत में यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थलों में से एक है |


पट्टडकल कर्नाटक राज्य के बागलकोट जिले में स्थित है | बादामी के चालुक्यों ( प्राचीन वातपपी ) या अर्ली चालुक्यों ( 543-753 CE ) ने पट्टडकल में शाही स्मरण और राज्याभिषेक के लिए मंदिरों का एक बड़ा परिसर बनाया | यह परिसर मालप्रभा नदी के बाएँ किनारे पर है | वे भारत में यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थलों में से एक हैं |


एलिफेंटा गुफाएँ एक यूनेस्को विश्व धनोहर स्थल है और मुख्य रूप से हिन्दू भगवान शिव को समर्पित गुफा मंदिरों का एक संग्रह हैं | वे एलीफेंटा द्वीप,या मुंबई में घारपुरी में स्थित हैं |


सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान एक ( यूनेस्को विश्व धनोहर स्थल ) राष्ट्रीय उद्यान,टाइगर रिजर्व, और पश्चिम बंगाल, भारत में एक बायोस्फीयर रिजर्व है |
1988 में स्थापित नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, उत्तरी भारत में उत्तराखंड राज्य में नंदा देवी ( 7816 मीटर ) के शिखर के आसपास स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान हैं | वे भारत में यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थलों में से एक हैं |


फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान एक भारतीय राष्ट्रीय उद्यान है, जो उत्तराखंड राज्य में पश्चिम हिमाचल में स्थित है, और यह स्थानिक अल्पाइन फूलों और वनस्पतियों की विविधता के लिए जाना जाता है | फूलों की घाटी को 1982 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया और 2005 में यूनेस्को द्वारा विश्व धनोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया |


सांची का महान स्तूप बौध्द कला और वास्तुकला के मणि को दर्शाता सबसे महत्त्वपूर्ण बौध्द स्मारकों में से एक है | मध्य प्रदेश के सांची शहर में स्थित, यह स्तूप भारत की सबसे पुरानी पत्थर की संरचना है | सांची में ग्रेट स्तूप को 1989 में यूनेस्को द्वारा विश्व धनोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया था |


हुमायूँ का मकबरा दिल्ली, भारत में मुग़ल सम्राट हुमायूँ का मकबरा है | इस कब्र को हुमायूँ की पहली पत्नी और मुख्य संरक्षक, महारानी बेगा ने 1569-70 में बनवाया था, और मिरक मिर्जा गियास द्वारा डिजाइन किया गया था | हुमायूँ का मकबरा यूनेस्को द्वारा 1993 में विश्व धनोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया था |


क़ुतुब मीनार का निर्माण 1192 में क़ुतुब-उद-दीन ऐबक द्वारा किया गया था, और बाद में उनके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसे पूरा किया | क़ुतुब मीनार को UNESCO द्वारा 1993 में विश्व धनोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया था |

भारत के पर्वतीय रेलवे भारत के पहाड़ो में निर्मित रेलवे लाइनों को संदर्भित करते हैं | इनमें से तीन रेलवे, दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, नीलगिरि माउन्टेन रेलवे, और कालका-शिमला रेलवे को सामूहिक रूप से भारत के माउन्टेन रेलवे के नाम से यूनेस्को विश्व विरासत स्थल के रूप में नामित किया गया है |


महाबोधि मंदिर, एक यूनेस्को विश्व धनोहर स्थल है, जो बोधगया में एक प्राचीन स्मारक है जिसका काई बार पुननिर्माण और जीर्णोद्धार हुआ है, एक बोध्द मंदिर है, यह उस स्थान को चिन्हित करता है जहां बुध्द को ज्ञान प्राप्त हुआ था|


भीमबेटका गुफा स्मारक मध्य भारत में एक पुरातात्विक स्थल है जो प्रागैतिहासिक पैलियोलिथिक और मेसोलिथिक कल के साथ-साथ ऐतिहासिक कल तक फैला हुआ है | यह भारतीय उपमहाद्वीप में मानव जीवन के शुरूआती निशानों को प्रदर्शित करता है और पत्थर की आयु का प्रमाण अचूलियन समय में साइट पर शुरू होता है | यह भारतीय राज्य मध्यप्रदेश में रायसेन जिले में स्थित है | यह 2003 में यूनेस्को द्वारा में विश्व धनोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया था है |


चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क, यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थल ( 2004 में ) , भारत के गुजरात में पंचमहल जिले में स्थित है | यह ऐतिहासिक शहर चंपानेर के आसपास स्थित है, एक शहर जो गुजरात के सुल्तान महमूद बेगडा द्वारा बनाया गया था |
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस को पहले विक्टोरिया टर्मिनस में नाम से जाना जाता था और यह भारत के मुंबई, महाराष्ट्र में एक विश्व धनोहर स्थल है, जो मध्य रेलवे के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है |


जयपुर, राजस्थान में जंतर मंतर स्मारक, राजपूत रजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा निर्मित और उन्नीसवीं शताब्दी में निर्मित उन्नीस वास्तुशिल्प खगोलीय उपकरणों का एक संग्रह है | यहाँ दुनिया का सबसे बड़ा पत्थर की सूर्यघड़ी है, और यह यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थल है | यह सिटी पैलेस और हवा महल के पास स्थित है |


पश्चिमी घाट जिसे सह्याद्री ( परोपकारी पर्वत ) के रूप में भी जाना है, एक पर्वत श्रंखला है जो पूरी तरह से भारत में स्थित भारतीय प्रायद्वीप के पश्चिमी तट के सामानांतर चलती है | यह यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थल है और दुनिया में जैविक विविधता के आठ सबसे गर्म स्थानों मेसे एक है |
राजस्थान के छह पहाड़ी किले, उत्तरी भारत में राजस्थान राज्य में फैले हुए , यह सामूहिक रूप से यूनेस्को की विश्व धनोहर स्थल के रूप में नामित है |

Cultural Heritage of India : Conclusion

Cultural Heritage of India भारतीय सांस्कृतिक और विश्व धरोहर स्थलों का अध्ययन हमें भारतीय ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रति समर्पित करता है। इन स्थलों की उपलब्धता, विविधता, और ऐतिहासिक महत्व हमें हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की महत्वपूर्णता को समझाती है।

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